रोहतक। बहुराष्ट्रीय कंपनी की नौकरी को छोडकर किसानों से जुडते हुए दूध व जैविक उत्पादों को लोगों के बीच लोकप्रिय करने वाले बागडी मिल्क पार्लर के संस्थापक प्रदीप श्योराण को हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने सम्मानित किया है। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के वार्षिक कृषि मेले में हरियाणा के कुल ऐसे 21 किसानों को सम्मानित किया गया है, जिन्होंने लीक से हटकर दूसरे लोगों को रास्ता दिखाया है। मूल रूप से मांढी गांव निवासी प्रदीप श्योराण ने रोहतक से बागडी मिल्क पार्लर की नींव डालते हुए लोगों को कोल्ड ड्रिंक से किनारा कर गर्म दूध पिलाने की ठानी थी और रोहतक में वह इसे लोकप्रिय करने में सफल रहे हैं। इसके साथ साथ प्रदीप ने जैविक गुड, खांड, शक्कर, दालें, सरसों का तेल भी सीधे किसान से उपभोक्ता तक पहुंचाने के बीच एक मजबूत कडी का काम किया है। किसानों से सीधे दूध खरीदकर प्रदीप ने उसे गुड के साथ लोगों को गर्म कर परोसने, कुल्फी और खीर के रूप में उत्पादों में बदलकर नई राह दिखाई है। प्रदीप को हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रोफेसर केपी सिंह ने शॉल, शील्ड और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है। प्रदीप श्योराण ने प्रदीप श्योराण ने इस पर यूनिवर्सिटी का आभार जताते हुए अपनी भविष्य की योजनाओं को साँझा किया। उन्होंने बताया कि बागड़ी मिल्क पार्लर का उद्देश्य किसानों को सीधे उपभोक्ताओं से जोड़ना है, जिससे दोनों को फ़ायदा होगा। किसानों को अपने उत्पादों की बेहतर कीमत मिलेगी और उपभोक्ताओं को शुद्ध और ताजा उत्पाद। इसी कड़ी में बागड़ी मिल्क पार्लर का आउटलेट रोहतक दिल्ली रोड़ परसिवाच अस्पताल के पास महारानी किशोरी कॉलेज के सामने जल्द शुरू होने जा रहा है, जहाँ किसानों के जैविक प्रोडक्टस भी दूध से बने उत्पादों के साथ उपलब्ध होंगे। किसान को सीधे बाजार से जोडने की मुहिम की अगुवाई अब किसान के हाथों में ही होगी।
मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड दूध उत्पादों का मूल्य संवर्धन करने वाले प्रदीप श्योराण को सम्मान
मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड दूध उत्पादों का मूल्य संवर्धन करने वाले प्रदीप श्योराण को सम्मान